अच्छी ट्रेनों को बर्बाद खुद रेलवे वाले करते है फिर आरोप नेताओं पर डाल देते है। गतिमान अच्छी भली ग्वालियर तक चल रही थी। ले गए झांसी।
अब गरबा एक्सप्रेस को ही देख लो। आगरा से टुंडला केवल 25 किलोमीटर है लेकिन जो ट्रेन सवाई माधोपुर तक नहीं रुकती उसको वहा रोकते है।